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Wednesday, December 30, 2009

श से शरीफा









कहे मेरे प्यारे बच्चों,
शब्दकोश क्या है, बताता हूँ,
और इसकी उपयोगिता को भी,
सरल शब्दों में समझाता हूँ।
जिसमें क्रम से रहते बहुत शब्द,
अधिकतर अपने अर्थों के साथ,
किसी-किसी में पर्याय भी होते,
तो किसी-किसी में मुहावरा भी साथ।
कुछ एक भाषा में ही होते,
जैसे- हिंदी-हिंदी शब्दकोश,
तो किसी-किसी में एक से अधिक भाषाएँ होती,
जैसे- हिंदी-अंग्रेजी कोश।
इन्हें कोश कहो या शब्दकोश,
पर ये हैं भाषा के अमूल्य कोष,
इनमें शब्दों का खजाना पाया जाता,
जो हम सबके बड़े काम आता।
यदि किसी शब्द का जानना हो अर्थ,
या दूसरी भाषा में उसके लिए प्रतिशब्द,
तो फटाफट शब्दकोश उठाओ,
और उस शब्द के बारे में सही जानकारी पाओ।।
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से शरीफा खाते जाओ,
रूको नहीं तुम चलते जाओ,
अपने काम करते जाओ,
बढ़ते जाओ, बढ़ते जाओ।
नदी कभी नहीं रुकती है,
वह सदा बहती रहती है,
प्यासों की वह प्यास बुझाती,
अपने मार्ग पर बढ़ते जाती।
वह तुमसे भी यही कहती है,
पढ़ते जाओ, बढ़ते जाओ,
अच्छे काम करते जाओ,
सबके जीवन में खुशियाँ लाओ।।
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__________प्रभाकर पाण्डेय_____________

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