ट कहता है, टन, टन, टन,
कौवा घंटी बजा रहा है,
कबूतर, कोयल, मैना के संघ,
मुर्गा भी स्कूल जा रहा है।
आज चील अध्यापकजी,
गणित के सवाल बताएँगे,
और कठफोड़वा गुरुजी भी,
हमें एकता का पाठ पढ़ाएँगे।
हम मन लगाकर करें पढ़ाई,
जीवन होगा सदा सुखदाई,
सब करेंगे अपना गुणगान,
हम होंगे अपने देश की शान।
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कौवा घंटी बजा रहा है,
कबूतर, कोयल, मैना के संघ,
मुर्गा भी स्कूल जा रहा है।
आज चील अध्यापकजी,
गणित के सवाल बताएँगे,
और कठफोड़वा गुरुजी भी,
हमें एकता का पाठ पढ़ाएँगे।
हम मन लगाकर करें पढ़ाई,
जीवन होगा सदा सुखदाई,
सब करेंगे अपना गुणगान,
हम होंगे अपने देश की शान।
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टमाटर
ट से टमाटर, ट से टट्टू,
सुन लो प्यारे, गोलू, पप्पू,
राधा, रानी तुम भी सुन लो,
जल्दी-जल्दी तुम भी पढ़ लो,
पढ़ना-लिखना है सुखदाई,
इसी से मिलती सभी बढ़ाई।।
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-प्रभाकर पाण्डेय
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सुन लो प्यारे, गोलू, पप्पू,
राधा, रानी तुम भी सुन लो,
जल्दी-जल्दी तुम भी पढ़ लो,
पढ़ना-लिखना है सुखदाई,
इसी से मिलती सभी बढ़ाई।।
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-प्रभाकर पाण्डेय
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टट्टू
1 comment:
बहुत सही!!!
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