म कहता है, प्यारे बच्चों,
आज सर्वनाम की बारी है,
अपना ज्ञान बढ़ाने हेतु,
हमें पढ़ना रखना जारी है।
संज्ञा के बदले आनेवाले,
सर्वनाम कहलाते हैं,
और कई संज्ञाओं के बदले,
कभी एक ही सर्वनाम पाते हैं।
जैसे, सीता व राम के लिए,
'वह' भी सर्वनाम आता है,
ये संज्ञाएँ जो बताना चाहें,
वह खुद ही बता जाता है।
वह, हम, तुम, मैं, आप
आदि सर्वनाम कहलाते हैं,
इनका प्रयोग होने से ,
वाक्य सुंदर बन जाते हैं।।
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आज सर्वनाम की बारी है,
अपना ज्ञान बढ़ाने हेतु,
हमें पढ़ना रखना जारी है।
संज्ञा के बदले आनेवाले,
सर्वनाम कहलाते हैं,
और कई संज्ञाओं के बदले,
कभी एक ही सर्वनाम पाते हैं।
जैसे, सीता व राम के लिए,
'वह' भी सर्वनाम आता है,
ये संज्ञाएँ जो बताना चाहें,
वह खुद ही बता जाता है।
वह, हम, तुम, मैं, आप
आदि सर्वनाम कहलाते हैं,
इनका प्रयोग होने से ,
वाक्य सुंदर बन जाते हैं।।
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म से मछली, सुन लो बच्चों,
वह जल की रानी कहलाती,
कभी-कभी उतराती जल में,
कभी-कभी है छिप जाती।
दिन-रात पानी में रहती वो,
वहीं खाती, वहीं सोती वो,
उसकी कथा निराली है,
वह ही जल की रानी है।।
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______________प्रभाकर पाण्डेय________________
वह जल की रानी कहलाती,
कभी-कभी उतराती जल में,
कभी-कभी है छिप जाती।
दिन-रात पानी में रहती वो,
वहीं खाती, वहीं सोती वो,
उसकी कथा निराली है,
वह ही जल की रानी है।।
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______________प्रभाकर पाण्डेय________________
1 comment:
Bahut sundar.
( Treasurer-S. T. )
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