Custom Search

Saturday, March 1, 2008

ई ---- ईख












कहता है प्यारे बच्चों,
सच्ची बातें सुनो हमारी,
ईश्वर प्रेम उसी से करता,
जो है प्रेम सभी से करता,
करता ईश्वर मदद उसी की,
जो सबकी मदद है करता










से ईख होता है,
किसान खेत में बोता है,
इसी को कहते हैं हम गन्ने,
सुन लो प्यारे नन्हें-मुन्ने,
चीनी, गुड़ की है यह माई,
प्रेम से खाओ गन्ने भाई।
_________________
____________________
ईख जो गन्ना कहलाती है,
कोल्हू में पेरी जाती है,
इसे से बने चीनी और गुड़,
इसमें हैं कई सारे गुण,
पीलिया की यह एक दवाई,
चूस-चूसकर खाओ भाई।

-प्रभाकर पाण्डेय

No comments:

 
www.blogvani.com चिट्ठाजगत